सफेद चावल दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थों में से एक हैं, खासकर एशियाई देशों में। इसका स्वाद और तैयारी में आसानी इसे दैनिक आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाते हैं। हालांकि, कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि सफेद चावल का जरूरत से ज्यादा सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
सफेद चावल को पॉलिश किया जाता है, जिसमें से उसके कई आवश्यक पोषक तत्व हटा दिए जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप, इसमें मौजूद पोषण घटक कम हो जाते हैं, जिससे इसका अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
सफेद चावल में पाए जाने वाले पोषक तत्व
सफेद चावल में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं:
- कार्बोहाइड्रेट्स: सफेद चावल ऊर्जा का मुख्य स्रोत होता है। इसमें उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।
- प्रोटीन: सफेद चावल में थोड़ी मात्रा में प्रोटीन भी पाया जाता है, जो शरीर के ऊतकों की मरम्मत और निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है।
- फाइबर: हालांकि सफेद चावल में ब्राउन चावल की तुलना में फाइबर की मात्रा कम होती है, फिर भी इसमें कुछ मात्रा में फाइबर होता है।
- विटामिन बी: सफेद चावल में विटामिन बी जैसे थायमिन, नायसिन और राइबोफ्लेविन पाए जाते हैं, जो मेटाबोलिज्म और ऊर्जा उत्पादन में सहायक होते हैं।
- मैग्नीशियम: यह हड्डियों के स्वास्थ्य और मांसपेशियों की कार्यक्षमता के लिए आवश्यक खनिज है।
- आयरन: सफेद चावल में आयरन की कुछ मात्रा होती है, जो रक्त में हीमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करता है।
- फोलेट: फोलेट (विटामिन बी9) शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है।
सफेद चावल अधिक सेवन करने के नुकसान
डायबिटीज बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है
डायबिटीज विटामिन B टाइप होने की संभावना बहुत ज्यादा हो जाती हैं।सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) काफी अधिक होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक मापदंड है जो यह दर्शाता है कि कोई खाद्य पदार्थ कितनी तेजी से रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाता है। जिन खाद्य पदार्थों का GI उच्च होता है, वे तेजी से शर्करा के स्तर में वृद्धि करते हैं, जिससे शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ता है।
यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है, जिन्हें डायबिटीज (मधुमेह) की समस्या है। सफेद चावल के अधिक सेवन से शरीर में ब्लड शुगर का असंतुलन हो सकता है और इंसुलिन प्रतिरोध की संभावना बढ़ाने के कारण व्यक्ति को डायबिटीज B बीमारी हो सकती है
वजन बढ़ने का खतरा
सफेद चावल में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, लेकिन इसमें फाइबर, विटामिन और खनिजों की कमी होती है। जब आप सफेद चावल का सेवन करते हैं, तो आपके शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलते, लेकिन ऊर्जा की मात्रा अधिक मिलती है। इससे पेट जल्दी भरता नहीं है, और आप ज्यादा खाने लगते हैं।
चूंकि सफेद चावल शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान नहीं करता, इसलिए इसके बाद भी भूख लग सकती है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा रहता है। वजन बढ़ना न केवल मोटापे की समस्या को बढ़ाता है, बल्कि इससे संबंधित अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी बढ़ता है, जैसे कि हृदय रोग और उच्च रक्तचाप।
हृदय रोगों का खतरा
सफेद चावल के अधिक सेवन से शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ सकता है, जो कि एक प्रकार की वसा होती है। यह हृदय संबंधी समस्याओं का मुख्य कारण बन सकता है।
उच्च ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर हृदय में रक्त प्रवाह को बाधित कर सकता है और हृदय रोग, स्ट्रोक, और रक्तचाप बढ़ने जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। शोध से यह भी साबित हुआ है कि जो लोग सफेद चावल का अत्यधिक सेवन करते हैं, उनमें दिल की बीमारियों का खतरा अधिक होता है, विशेष रूप से उन लोगों में जो शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रहते।
उच्च रक्तचाप का खतरा
सफेद चावल के उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स फाइबर अधिक पाया जाता है ऐसे में यदि आप इस तारीख सेवन करते हैं तो यह आपके रक्तचाप को अनियंत्रित कर सकता है इसलिए आप इसका सेवन सीमित मात्रा में करें और अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर का बीमारी है तो भूल से भी आप इसका सेवन न करें क्योंकि आपकी बीमारी और भी ज्यादा जटिल हो सकती हैं।
लंबे समय तक सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी
सफेद चावल में मौजूद पोषण की कमी शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर कर सकती है। इसके परिणामस्वरूप, शरीर विभिन्न संक्रमणों और बीमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं रहता है ऐसे में आप लंबे समय तक सफेद चावल का सेवन न करें।
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